tag:blogger.com,1999:blog-2212278896517127466.post3187585122383233584..comments2024-02-28T02:15:53.623-08:00Comments on उधेड़-बुन: आपातकालीन स्वर्ण युगRahul Upadhyayahttp://www.blogger.com/profile/17340568911596370905noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2212278896517127466.post-42616297756804002622015-06-25T23:27:36.596-07:002015-06-25T23:27:36.596-07:00कविता के title से guess करना मुश्किल है कि कविता ...कविता के title से guess करना मुश्किल है कि कविता किस बारे में होगी। "आपातकाल" का meaning ढूंढने के बाद भी समझने में समय लगा की शिमला की बात से क्या connection है। आखिर बात समझ में आ गयी! :) आपकी बारिश की बूंदों वाली कविता और मूंगफली-दस्ताने वाली कविता भी याद आ गयी। <br /><br />बच्चों का भोला बचपन कितना दूर होता है देश की बड़ी-बड़ी problems से! शिमला की सैर अच्छी हो गयी कविता से - कितने सारे landmarks की बात है इसमें - कुछ well-known हैं , कुछ सिर्फ आपके जीवन के लिए memorable हैं। बचपन की छोटी-छोटी बातें हमें कितनी vividly याद रह जाती हैं!<br /><br />पर मूंगफली के छिलकों की यादें थोड़ी मिस कीं इस कविता में! :) Anonymousnoreply@blogger.com