tag:blogger.com,1999:blog-2212278896517127466.post8115131703286755090..comments2024-02-28T02:15:53.623-08:00Comments on उधेड़-बुन: रियूनियनRahul Upadhyayahttp://www.blogger.com/profile/17340568911596370905noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2212278896517127466.post-37662995080838099742012-10-19T22:50:38.793-07:002012-10-19T22:50:38.793-07:00शायद पांच सितारा होटल के comfort में फिकरे कसना (औ...शायद पांच सितारा होटल के comfort में फिकरे कसना (और यहाँ U.S. में swamis का discourse सुनना) ज़्यादा आसान हो जाता है...<br /><br />मध्यम वर्ग के पूत पढ़ते हैं, फिर कालकोठरी में खो जाते हैं - इस बात से गाने की line याद आई: <br /><br />"नैनों में थी प्यार की रोशनी<br />तेरी आँखों में ये दुनियादारी न थी<br />तू और था तेरा दिल और था..."<br />Anonymousnoreply@blogger.com