जब मैंने उसे
अपनी हाथों की लकीरों में
नाचते-झूमते देखा
और वो मुझसे
जब दृष्टिकोण बदल जाता है
समाज समाज है
लेकिन इन पर न आपकी
खुशी का दारोमदार है
सबसे बड़ा सच यही है कि
आप आज हैं
दिल धड़क रहा है
खून दौड़ रहा है
सांस चल रही है
चाहे ज़ुबाँ कोई भी भाषा बोले
आँख कोई भी नज़ारा देखे
कान कोई भी धुन सुने
हाथ कुछ भी करे
- शस्त्र उठाए
- शास्त्र पढ़े
- प्रोग्राम लिखे
- गोबर थेपे
- घड़े घड़े
खून को दौड़ना है तो दौड़ता है
सांसों को चलना है तो चलती है
चलते ही रहना है
जब दृष्टिकोण बदल जाता है
सिएटल । 513-341-6798