Wednesday, October 7, 2015

अख़बार पढ़ कर क्या होगा?


अख़बार पढ़ कर क्या होगा?
वो गुज़रे हुए कल की बात करता है

स्कूल जाकर क्या होगा?
वो आनेवाला कल सुधारेगा

मैं योगी हूँ
मैं वर्तमान में जीता हूँ

जो बीत गया सो बीत गया
जो होगा सो होगा

अख़लाक़ को मरे नौ दिन हो गए हैं
और देश भी आज डूबने वाला नहीं है

तो फिर आज क्यों बेकार में परेशान होना?

जो कल की फ़िक्र करते हैं
हमेशा अस्वस्थ रहते हैं

लम्बी साँस लो
हवा इस नथुने से लो
और उस नथुने से बाहर निकालो

मैं वर्तमान में जीता हूँ
मैं मर्तबान में जीता हूँ

7 अक्टूबर 2015
सिएटल | 425-445-0827

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1 comments:

Anonymous said...

योगी कहते हैं present moment में जिओ। उसका मतलब यह नहीं कि past और future को सदा के लिए भुला दो। आस-पास क्या हो रहा है उससे कट जाओ। बस जब past या future को सोचो तो बिना चिंता या दुख के सोचो। Past हमें बहुत सीख देता है। Past जानने से ही हम यह समझ सकते हैं कि वर्तमान कैसे आया। उसे जानकर हम present को better बना सकते हैं, उसे appreciate कर सकते हैं। Future पर हमारा control नहीं है पर हम उसके बारे में सोचकर एक perspective पाते हैं जिससे हम जीवन को direction दे सकते हैं। यह ज़रूरी नहीं कि जीवन हमारी chosen direction में चलेगा - अगर न चले तो हम दुख न करें। Past, present, और future में गहरा connection है - उन्हें एक दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता।