सोचता था
तुम मिलोगी
तो ऐसा होगा
तुम मिलोगी
तो वैसा होगा
घंटों हम बातें करेंगे
एक-दूसरे को निहारा करेंगे
चुप न रहेंगे
खूब हँसेंगें
एक-दूसरे की टांग खींचेंगें
लेकिन तुम
आई-फोन में घुसी रही
और मैं
ब्लैकबेरी से चिपका रहा
दिन ढला
और रात हुई
दिल से दिल की
न बात हुई
तुम चली
और मैं चला
खत्म हमारी मुलाक़ात हुई
सोचता था
तुम मिलोगी
तो ...
सिएटल । 425-445-0827
21 फ़रवरी 2010
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आई-फोन = iPhone; ब्लैकबेरी = blackberry
Sunday, February 21, 2010
सोचता था
Posted by Rahul Upadhyaya at 3:45 PM
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Labels: intense, relationship, valentine
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2 comments:
दोनों पर प्रतिबन्ध लगवा देते हैं :)
वाह बहुत खूब धन्यवाद्
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