जब हो टोयोटा की कंडम कार
और ओबामा की ठप्प सरकार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
सोच समझ के ली थी कार
और ओबामा को पहनाया हार
उसका नतीजा निकला ये
कि दे दी दोनों ने मुझको हार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
चलना है जिसको वो चलती नहीं
रूकना है जिसको वो रूकती नहीं
टोयोटा-ओबामा में मैं ऐसा फ़ंसा
कि डूब गया मेरा घर-संसार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
हमने इसको राज दिया
इसने हमको त्याग दिया
खुद है शहंशाह, पाए ईनाम
और रहे हम बेकाम बेकार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
करता धरता कुछ भी नहीं
देश के हित की सुध भी नहीं
'चेंज' और 'होप' के नारे लगाए
और जब देखो तब कहे जी-ओ-पी मक्कार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
जब जब आए संकट बड़े
माइक लिये ये दिखाए पड़े
वक्ता है, नहीं नेता है
मझधार में नाव की जो खेते पतवार
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
सिएटल । 425-445-0827
11 फ़रवरी 2010
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'चेंज' = change
'होप' = hope
जी-ओ-पी = GOP = Grand Old Party = Republican Party
Thursday, February 11, 2010
राम ही जाने कैसे बेड़ा होगा पार
Posted by Rahul Upadhyaya at 9:45 AM
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2 comments:
अवश्य होगा बेड़ा पार,
भारत आयें, लें नेता रूप में अवतार.
सच ही कहा आपने भगवान ही जांने ।
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