जो मत वाले है वे मतवाले हैं
जिनकी अकल पे पड़े ताले हैं
तभी तो जो राजा बनता है
रानी का होता चमचा है
हम बुद्धिजीवी भी कुछ खास नहीं
लगती हरी कोई घास नहीं
जब भी कोई राजा बनता है
उसमें है खोट हमें लगता है
सब राम भरोसे,सब काम परोसे
सतकाम में न कोई फ़ंसता है
कोई करना भी 'गर चाहे कभी
तो सारा जहाँ उसपे हँसता है
क्या होगा उस देश का यारो
जिस देश का लाल उसे खुद ठगता है
सूँघ के सोने-चाँदी के टुकड़े
इस देश, उस देश भटकता है
आदर्श के नाम पे कोई है ही नहीं
सिर्फ़ आदर्श घोटाला दिखता है
हैं भारत पे हम भार सभी
नित स्वार्थ में रत हर एक बंदा है
सिएटल । 513-341-6798
27 मई 2011
Friday, May 27, 2011
मतवाले मत वाले
Posted by Rahul Upadhyaya at 4:49 PM
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4 comments:
ब्लॉगजगत में आपका स्वागत है.
प्रथम प्रयास ही उम्दा बन पड़ा है.
बधाई !
ब्लॉगजगत में आपका स्वागत है.
प्रथम प्रयास ही उम्दा बन पड़ा है.
बधाई !
आदर्श के नाम पे कोई है ही नहीं
सिर्फ़ आदर्श घोटाला दिखता है
हैं भारत पे हम भार सभी
नित स्वार्थ में रत हर एक बंदा है
yatharth se judi rachna.. badhai..
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