Saturday, June 29, 2024

इतवारी पहेली: 2024/06/30


इतवारी पहेली:


उस व्यक्ति का था ## ##

वह ना जिया कभी # ## #


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 7 जुलाई 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 30 जून 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/06/23



On Sun, Jun 23, 2024 at 12:55 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


वह कार जिसे # ## ##

वह कार बस ### ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 जून 2024 । सिएटल 



खूब लड़ी भारत की टीम

खूब लड़ी भारत की टीम 

जीतने की जो ठानी थी

पिछले साल की हार से हमने 

हार नहीं जो मानी थी


सिंहासन हिल उठे

आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ़्रीका 

सबको मुँह की खानी थी

विराट, बुमराह, सूर्यकुमार

सबपे चढ़ी जवानी थी

तीस रन और तीस गेंद थी बाक़ी 

पर बाज़ी अभी भी बाक़ी थी

छः गेंद में चौबीस बनाकर भी

हार तो उन्हीं को पानी थी


खूब लड़ी भारत की टीम 

जीतने की जो ठानी थी

पिछले साल की हार से हमने 

हार नहीं जो मानी थी


राहुल उपाध्याय । 29 जून 2024 । सिएटल 

Tuesday, June 25, 2024

कौन ब्राह्मण है

कौन ब्राह्मण है

कौन नहीं 

इस पर क्यों विवाद 

सदियों से कवि विचारक

कहते रहे यही बात

मौल करो तलवार का

पड़ी रहन दो म्यान 


कौन क्या काम कर रहा

ये उसका अपना फ़ैसला 

इसमें गिनती का खेल कर

क्यों करा रहे विष पान


चार दिन की ये चर्चा

फिर ढाक के तीन पात

सब अपने-अपने काम में

खो जाएँगे दिन-रात


राहुल उपाध्याय । 25 जून 2024 । सिएटल 


Sunday, June 23, 2024

उन्नीस दिन

तुम एक सुन्दर फूल हो

जो जिस बाग में है

वहीं रहे तो अच्छा है

मेरे घर में मुरझा जाओगी


तुम खुशबू हो

जिसे महसूस करने का 

सबको हक़ है


तुम रोज़ फ़ोन करती हो

अच्छा लगता है

मगर अपना नहीं बना सकता

फ़ोन बंद हो जाएँगे 

या फ़ोन करोगी भी तो अच्छा नहीं लगेगा

घर की मुर्ग़ी दाल बराबर बन जाओगी

आज तुम वह मुर्ग़ी हो

जो रोज़ सोने के अंडे देती है


आज 19 दिन हो गए

और तुम्हारी कोई खोज-खबर नहीं


माना कि मजबूरी है 

मैं भी ठीक ही हूँ 

इंतज़ार कर लूँगा 

हफ़्तों का ही नहीं 

महीनों का भी

फिर भी तुम्हारे बिना कुछ कमी सी है 

मैं निर्मोही हूँ 

किसी से कोई लगाव नहीं 

न जाने क्यूँ तुमसे बेहद प्यार है

जबकि तुम पचास बार कह चुकी हो

कि तुम्हें नहीं है


कितना तरस रहा हूँ उन्नीस दिनों से

यही सुनने के लिए 

कि तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है


राहुल उपाध्याय । 23 जून 2024 । सिएटल 







इतवारी पहेली: 2024/06/23


इतवारी पहेली:


वह कार जिसे # ## ##

वह कार बस ### ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 जून 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/06/16



On Sat, Jun 15, 2024 at 10:02 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


भागती रहती है ### #

दसवीं तक तो ## ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 16 जून 2024 । सिएटल 



Saturday, June 15, 2024

इतवारी पहेली: 2024/06/16


इतवारी पहेली:


भागती रहती है ### #

दसवीं तक तो ## ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 16 जून 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/06/09



On Sat, Jun 8, 2024 at 11:04 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


इस सत्र में सुंदर योजनाएँ ## ##

ख़ुश हैं बहुत विमलाएँ और ####


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 16 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 9 जून 2024 । सिएटल 



Friday, June 14, 2024

पेट की आग

पेट की आग

बुरी बला

कि जल के भी

जल न पाए

घर आकर ही

खाक में मिलेंगे 

जो जल रहे थे उनसे

अब न जलेंगे 

और कुछ दिन में

सब भूल-भाल के

ख़ुद भी निकल पड़ेंगे 

ये आगज़नी रोज़ कहाँ होती है?

पेट की आग तो कभी बुझती नहीं है



ये पापी पेट का दोष नहीं 



आँखों को क्या चाहिए?

कुछ छींटे पानी के

दो कांटेक्ट लेंस

या एक शानदार चश्मा


चेहरे को क्या चाहिए?

एक मग पानी

और थोड़ा सा साबुन

जरा सी क्रीम

जरा सा लोशन


कान को क्या चाहिए?

मात्र दो तार

जो सुनाते रहे 

संगीत लगातार


पाँव को क्या चाहिए?

दो जोड़ी आरामदायक जूते

एक दौड़ने के लिए

एक दफ़्तर के लिए


हाथ को चाहिए 

एक घड़ी

उंगली को चाहिए 

एक अंगूठी

गले को चाहिए 

एक हार

बदन को चाहिए

कपड़े दो-चार


जीभ को चाहिए

थोड़ी सी चाट

थोड़ी सी मिठाई

और एक गरमागरम चाय


पेट को चाहिए

दो वक़्त का भोजन


शरीर की ज़रुरतें हैं 

बस इतनी ही

पर मन?

इसका पेट तो कभी भरता ही नहीं


इस मन, इस आत्मा का क्या करुँ?

इसे किस तरह से खुश करुँ?

इसे कैसे संतुष्ट करुँ?


ये शरीर तो नश्वर है

एक दिन मिट भी जाएगा

मगर आत्मा?

एक अच्छी-खासी मुसीबत है!

क्यूंकि ये तो कभी मरती भी नहीं!


राहुल उपाध्याय । 14 जून 2024 । सिएटल 





Tuesday, June 11, 2024

चार बचाए

चार बचाए

सैकड़ों ढाए

हमको क्या

कोई जीए या जाए


दुख-सुख हैं मौसम जैसे

आते-जाते ही रहते हैं 

जो एक बचाए, लाख गवाएँ

वो अवतार राम कहलाए


ख़ून-ख़राबे के अलावा कोई हल नहीं है 

बात-बेबात पे लोग लड़े हैं

बातों से कभी कोई बात बनी नहीं है

हार-जीत के बिना कोई त्योहार नहीं है 


रावण मरा दीवाली मन गई 

कोई और मरा होली मन गई 


राहुल उपाध्याय । 11 जून 2024 । सिएटल 


Monday, June 10, 2024

कि चार सौ पार होता

ये न थी हमारी क़िस्मत 

कि चार सौ पार होता

यदि और चरण होते

यही इंतज़ार होता


वो ज़माने भर के झंझट 

वो बेरोज़गारी सारी

कहाँ आज हमको डँसतीं

यदि चार सौ पार होता


यूँ बुझे-बुझे न होते

दबे स्वर न आज होते

विजयी हो के भी हमको

नतीजा न नागवार होता


क्यूँ बदल गई ये दुनिया 

गई हाथ से अयोध्या 

जिसे पप्पू दुनिया कहती

न वो धारदार होता


न नीतिश की बाँह पकड़ते 

न नायडू से बात करते

अपनी ही राह चलते

न कोई दावेदार होता


राहुल उपाध्याय । 10 जून 2024 । सिएटल 




Saturday, June 8, 2024

इतवारी पहेली: 2024/06/09


इतवारी पहेली:


इस सत्र में सुंदर योजनाएँ ## ##

ख़ुश हैं बहुत विमलाएँ और ####


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 16 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 9 जून 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/06/02



On Sat, Jun 1, 2024 at 9:38 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


चटोरे का %## #%# #

ढूँढता रहता %##%# #


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 9 जून 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 2 जून 2024 । सिएटल