Thursday, May 22, 2025

खाना खिलाना

किसी को खाना खिलाना ही काफ़ी नहीं होता है 

पानी भी पिलाना होता है 

हाथ भी धुलवाना पड़ता है 

तौलिया भी देना पड़ता है 

तौलिया धोने के लिए 

साबुन, बाल्टी, ब्रश का इंतज़ाम करना होता है 

सुखाने के लिए तार या रस्सी भी चाहिए 

अगले दिन बाथरूम भी मुहैया कराना होता है 


किसी को खाना खिलाना कोई बच्चों का खेल नहीं है 


राहुल उपाध्याय । 22 मई 2025 । सिएटल 



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