मैंने कहा
मेरी तरफ़ देखो
उसने देखा
मैंने कहा
मेरा हाथ पकड़ो
उसने पकड़ा
मैंने कहा
साड़ी पहन लो
उसने पहन ली
और इस कविता में उसे
अपना अक्स नज़र आए
इससे ज़्यादा और क्या चाहिए
राहुल उपाध्याय । 1 दिसम्बर 2025 । सिएटल
मैंने कहा
मेरी तरफ़ देखो
उसने देखा
मैंने कहा
मेरा हाथ पकड़ो
उसने पकड़ा
मैंने कहा
साड़ी पहन लो
उसने पहन ली
और इस कविता में उसे
अपना अक्स नज़र आए
इससे ज़्यादा और क्या चाहिए
राहुल उपाध्याय । 1 दिसम्बर 2025 । सिएटल
Posted by Rahul Upadhyaya at 9:34 PM
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1 comments:
हा हा मैंने कहा फूलों से गाना याद आ रहा है |
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