Monday, December 1, 2025

इससे ज़्यादा और क्या चाहिए

मैंने कहा 

मेरी तरफ़ देखो 

उसने देखा 


मैंने कहा 

मेरा हाथ पकड़ो 

उसने पकड़ा 


मैंने कहा 

साड़ी पहन लो

उसने पहन ली 


और इस कविता में उसे

अपना अक्स नज़र आए


इससे ज़्यादा और क्या चाहिए


राहुल उपाध्याय । 1 दिसम्बर 2025 । सिएटल 



Saturday, November 29, 2025

इतवारी पहेली 2025/11/30

इतवारी पहेली:


सौ करोड़ यदि हो तो न करो # ## का

इलज़ाम लग सकता है धन ### का


(पहली पंक्ति का पहला शब्द अंग्रेज़ी का है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 7 दिसम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 30 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/11/23



On Sun, Nov 23, 2025 at 12:01 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


चुनाव का नतीजा वाक़ई #### है

वहाँ दस बुद्धिमान नहीं # ### हैं


(दूसरी पंक्ति के पहले अक्षर पर चन्द्रमा है, जैसे कि छँटनी में छ पर है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Monday, November 24, 2025

मैं इस बार थोड़ा वैट करूँगा

मैं इस बार थोड़ा वैट करूँगा 

जल्दबाज़ी में न दुख व्यक्त करूँगा 

किसी के व्यंग्य का ना पात्र बनूँगा 

सारी रील्स देखकर पुष्टि करूँगा 

चिता ठंडी होने तक धैर्य रखूँगा 


रोना-धोना बेकार न जाए

इसलिए आँसू रोक रखूँगा 

जब सब कह चुके होंगे तब कहूँगा 

भीड़ से अलग मैं अपनी बात रखूँगा 

एक से बढ़कर एक याद जुटाकर

सबसे अलग एक संस्मरण लिखूँगा 


फिर कहीं घर वो लौट न आए

मेहनत सारी बेकार न जाए 

बेटे मुझ पर न लानत भेजे 

परिजन मुझे न एटिकेट सिखाए

इसलिए इस बार मैं वैट करूँगा 

चिता ठंडी होने तक धैर्य धरूँगा 


राहुल उपाध्याय । 24 नवम्बर 2025 । सिएटल 




Sunday, November 23, 2025

इतवारी पहेली: 2025/11/23

इतवारी पहेली:


चुनाव का नतीजा वाक़ई #### है

वहाँ दस बुद्धिमान नहीं # ### हैं


(दूसरी पंक्ति के पहले अक्षर पर चन्द्रमा है, जैसे कि छँटनी में छ पर है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Saturday, November 22, 2025

Re: इतवारी पहेली: 2025/11/16



On Sun, Nov 16, 2025 at 6:37 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


दस नहीं ला सकती तो # ## #

फूटी क़िस्मत कभी कुछ ## ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 16 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Thursday, November 20, 2025

कभी भूल गया, कभी याद रहा

कभी भूल गया, कभी याद रहा 

कभी चुप रहा, कभी बोल गया 


जग ने समझा मैं उन्हें भूल गया 

ख़ुद रास्ता मैंने बदल लिया 


अब कौन कहाँ किसी के साथ है 

किसने किसका है साथ दिया


हाथापाई से न दो पाई हाथ आ पाई 

उल्टा जो हाथ में था वो भी मिटा


कर लो कितना ही गुणा-भाग तुम 

जो घटना था वो सदा घटा


राहुल उपाध्याय । 20 नवंबर 2025 । सिएटल