Sunday, October 29, 2017

दायरे

हम सब 

अपने-अपने 

दायरों में क़ैद हैं


कोई उन्हें घर कहता है

तो कोई कटघरा


तो कोई यारी-दोस्ती की बंदिश

तो कोई धर्म को कोसता है


29 अक्टूबर 2017

सिएटल | 425-445-0827

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