Sunday, March 31, 2024

इतवारी पहेली: 2024/03/31


इतवारी पहेली:


एक है पत्नी, और एक है ### 

दोनों ने किया बुरा हाल ## #


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 7 अप्रैल 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 31 मार्च 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/03/17

On Sat, Mar 16, 2024 at 11:05 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


हॉलीवुड से होंगे हम कभी ## #

जब तक आती रहेंगी नाचने ### 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 24 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 17  मार्च 2024 । सिएटल 



Saturday, March 30, 2024

जीवनी

बहुत ख़ुशी है मुझे कि

मैं गरीब पैदा हुआ 

मैं गर्व से कह सकता हूँ 

कि मैं गरीब था


मैं अमीर था

यह कहने में कोई गर्व नहीं होता

बल्कि शर्म आती


दुख भी है मुझे कि मैंने

लालटेन में पढ़ाई नहीं की

नदी पार कर स्कूल नहीं गया

पाँव में छाले नहीं पड़े 

कुत्ते ने रोटी नहीं छीनी


वरना आज और गर्व होता 


राहुल उपाध्याय । 30 मार्च 2024 । सिएटल 





Thursday, March 28, 2024

तुम तो ठहरे मनमौजी

तुम तो ठहरे मनमौजी

देश क्या चलाओगे 

जेल भरो हर रोज़ ही

देश क्या चलाओगे 


प्रेम-प्यार-प्रीत आदि

तुम में है ज़रा भी नहीं 

तुम में है नफ़रत भरी 

देश क्या चलाओगे 


आँख में हैं अंगारे 

हँसना तुम्हें आता नहीं 

घर तलक चलाया नहीं 

देश क्या चलाओगे 


राहुल उपाध्याय । 28 मार्च 2024 । सिएटल 


Friday, March 22, 2024

देखी है पहली बार

देखी है पहली बार

पीएम की आँखों में हार

अब जा के आया मेरे

बेचैन दिल को करार

कब तक पहनते वो मास्क 

उतरा तो पाए बीमार 


क्या-क्या सुनाऊँ 

तुम्हें क्या-क्या बताऊँ 

ईडी के क़िस्से 

तुम्हें कब तक सुनाऊँ 

ये नहीं जादूगर है

इनको नहीं शरम है

कुर्सी हथियाना

बस इनका धरम है 


इनको पुटिन भाए

तानाशाही अपनाए

कोई बात न माने

उसे जेल दिखाए

अपने ही दल में भरे

भ्रष्ट देख न पाए

चमचों की दुनिया 

बस जोड़ ये पाए


राहुल उपाध्याय । 22 मार्च 2024 । सिएटल 









देखा है पहली बार साजन की आँखों में प्यार

तब जा के आया मेरे बेचैन दिल को करार

दिलबर तुझे मिलने को कब से था मैं बेकरार

अब जा के आया मेरे बेचैन दिल को करार

देखा है पहली बार ...


पलकें झुकाऊं तुझे दिल में बसाऊं

अब बिन तेरे मैं तो कहीं चैन न पाऊं

तू मेर जिगर है तू मेरी नज़र है

तू मेरी आरज़ू तू मेरा हमसफ़र है

देखा है पहली बार ...


मेरी अदाएं ये मेरी जवानी

बस तेरे लिए है ये मेरी ज़िंदगानी

तू मेरी गज़ल है तू मेरा तराना

आ तेरी धड़कनों पे लिख दूँ दिल का फ़साना

देखा है पहली बार ...


देखा है पहली बार जानम की आँखों में प्यार

तब जा के आया मेरे बेचैन दिल को करार

दिलबर तुझे मिलने को कब से थी मैं बेकरार

अब जा के आया मेरे बेचैन दिल को करार

देखा है पहली बार ...


Wednesday, March 20, 2024

एक अकेला जीवन मेरा

एक अकेला जीवन मेरा 

बाक़ी का बचकाना है 

आते-जाते मौसम सारे 

एक यही सच माना है 


चलते चलते बदरा छाए 

मैंने समझा छाया है 

रूखे-सूखे ही थे अच्छे 

भीगे तो मर जाना है 


अपनों की ये जात बुरी है 

अपनों से क्या पाया है 

जलती-बुझती शम्मा सारी 

मरता तो परवाना है


अपनी-अपनी क़िस्मत सबकी 

कहना घोर छलावा है 

हाथों में जब हाथ नहीं हैं

मन को यूँ बहलाना है


अगला-पिछला ब्याज समेत 

लौटा दूँ ये सोचा है 

आपकी यादें फ़्री में आईं  

उनको कब भिजवाना है


राहुल उपाध्याय ।  20 अप्रैल 2024 । सिएटल

Saturday, March 16, 2024

इतवारी पहेली: 2024/03/17


इतवारी पहेली:


हॉलीवुड से होंगे हम कभी ## #

जब तक आती रहेंगी नाचने ### 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 24 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 17  मार्च 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/03/10



On Sun, Mar 10, 2024 at 4:55 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


फूल सी है या %# ## #?

या शिव के हाथ ## ### #?


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 17 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 10  मार्च 2024 । सिएटल 



Sunday, March 10, 2024

इतवारी पहेली: 2024/03/10


इतवारी पहेली:


फूल सी है या %# ## #?

या शिव के हाथ ## ### #?


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 17 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 10  मार्च 2024 । सिएटल 



Re: इतवारी पहेली: 2024/03/03



On Sat, Mar 2, 2024 at 9:25 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


दही के लिए न हो तुम्हारे पास ### '##

चले जाओ दावत-ए-अम्बानी #####


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 3 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 10  मार्च 2024 । सिएटल 



Saturday, March 9, 2024

कली है लेकिन मुरझा रही है

कली है लेकिन मुरझा रही है 

ज़िन्दगी आज उसे तड़पा रही है 


जो हँसते-हँसाते बताती थी दुख भी

आज ग़मों को पहाड़ बतला रही है 


वो खूँटे से बंध के चाहती थी उड़ना 

कहाँ हुई गलती, न समझ पा रही है


बावजूद इसके, व्यवहार कुशल है

कैसा हूँ मैं मुझसे पूछे जा रही है


चरित्र उसका ऐसा कि सदके मैं जाऊँ 

शरतचन्द्र की नायिका नज़र आ रही है 


राहुल उपाध्याय । 9 मार्च 2024 । सिएटल 






Thursday, March 7, 2024

लापता लेडीज़ - समीक्षा

विप्लव दास की मज़ेदार कहानी पर आधारित 'लापता लेडीज़' बहुत ही बढ़िया फ़िल्म है। किरण राव के निर्देशन ने और रवि किशन के अभिनय ने फ़िल्म में चार चाँद लगा दिए हैं। एक अच्छी फ़िल्म में जो सब होना चाहिए वह सब इसमें है। यह फिल्म ऋषि मुखर्जी और श्याम बेनेगल दोनों की याद दिलाती है। 


कहानी घिसीपिटी नहीं है। एकदम ताज़गी लिए हुए है। इसमें ऑर्गेनिक फॉर्मिंग भी है और पर्दा प्रथा भी है। सेल फ़ोन भी है और घर में भैंस भी है। और सब सहज रूप से है। कोई मेलोड्रामा नहीं। 


सारे किरदार अच्छी तरह से उकेरे गए हैं। 


गीत-संगीत ख़ास नहीं है। 


फ़िल्म के तीन या तीन से ज़्यादा अंत हो सकते थे। जो अंत दिखाया गया वह असलियत के क़रीब है। जो दिखाना चाहिए था वह आशावादी होता। 


खैर। जैसे सारे इंसान एक जैसे नहीं होते। वैसे नारियाँ भी एक जैसी नहीं होती हैं। शायद कुछ नारियों को इस फिल्म से प्रेरणा मिले। जीवन कुछ सुधरे। 


राहुल उपाध्याय । 7 मार्च 2024 । सिएटल 


Saturday, March 2, 2024

Re: इतवारी पहेली: 2024/02/25



On Sat, Feb 24, 2024 at 9:14 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


जब भी जाओ कहीं ## ## #

बच के रहना अपनी #%## #


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 3 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 25 फ़रवरी 2024 । सिएटल 



इतवारी पहेली: 2024/03/03


इतवारी पहेली:


दही के लिए न हो तुम्हारे पास ### '##

चले जाओ दावत-ए-अम्बानी #####


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 3 मार्च 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 10  मार्च 2024 । सिएटल