Thursday, March 28, 2024

तुम तो ठहरे मनमौजी

तुम तो ठहरे मनमौजी

देश क्या चलाओगे 

जेल भरो हर रोज़ ही

देश क्या चलाओगे 


प्रेम-प्यार-प्रीत आदि

तुम में है ज़रा भी नहीं 

तुम में है नफ़रत भरी 

देश क्या चलाओगे 


आँख में हैं अंगारे 

हँसना तुम्हें आता नहीं 

घर तलक चलाया नहीं 

देश क्या चलाओगे 


राहुल उपाध्याय । 28 मार्च 2024 । सिएटल 


इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: