हम परेशान हैं कि
दो करोड़ के शेयर
एक करोड़ के हो गए
उधर वे
दो वक्त की रोटी से
संतुष्ट हैं
मेहनत की कमाई
कभी कम नही होती है
राहुल उपाध्याय । 17 अप्रैल 2025 । सिएटल
हम परेशान हैं कि
दो करोड़ के शेयर
एक करोड़ के हो गए
उधर वे
दो वक्त की रोटी से
संतुष्ट हैं
मेहनत की कमाई
कभी कम नही होती है
राहुल उपाध्याय । 17 अप्रैल 2025 । सिएटल
घर मिल जाए
तो घर काटने को दौड़ता है
कार मिल जाए
तो बीमा करवाना पड़ता है
जीवन मिल जाए तो
आशंकाओं से भरा आसमान सर पे होता है
फ़क़ीर ही अमीर है
राहुल उपाध्याय । 15 अप्रैल 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
जैसी आज है, वैसी # ## भी थी
दमदार, बेबाक और ### भी थी
(दूसरी पंक्ति का शब्द अंग्रेज़ी का है)
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 20 अप्रैल 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 13 अप्रैल 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
जबसे है उनके चेहरे पर ####
मन विचलित है, नहीं है ## ##
(दूसरी पंक्ति का पहला शब्द अंग्रेज़ी का है)
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 13 अप्रैल 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 6 अप्रैल 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
जबसे है उनके चेहरे पर ####
मन विचलित है, नहीं है ## ##
(दूसरी पंक्ति का पहला शब्द अंग्रेज़ी का है)
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
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सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 13 अप्रैल 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 6 अप्रैल 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
धक्का दे कर ### से
मिलाया सनी # ## से
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 6 अप्रैल 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 30 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
धक्का दे कर ### से
मिलाया सनी # ## से
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 6 अप्रैल 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 30 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
कितना सुन्दर गाती हैं गायिका ###
जैसा सुन्दर नाम है, वैसा है ## #
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 23 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
कितना सुन्दर गाती हैं गायिका ###
जैसा सुन्दर नाम है, वैसा है ## #
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 23 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
छ: विभाजित होता है तीन # # से
हम क्यों जुड़े रहते हैं ## से
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 16 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
छ: विभाजित होता है तीन # # से
हम क्यों जुड़े रहते हैं ## से
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 16 मार्च 2025 । सिएटल
हम पास थे
अब दूर हैं
सपने सारे चूर हैं
वह बिछ गई
मैं टूट गया
वफ़ा से नाता छूट गया
वह रंग मले गुलाल के
बीज भरे मलाल के
वह कौन था, वह कौन था
जो प्यास उसकी बुझा गया
प्यार की उमंग को
मुझमें वो जगा गया
वह तो उसको छोड़ गया
मेरे साथ रह गया
राहुल उपाध्याय । 14 मार्च 2025 । सिएटल
इन दिनों हम एआई-एआई खेल रहे हैं
वह मुझे बधाई दे रहा है
मैं उसे धन्यवाद
न वह मुझे जानता है
न मैं उसे
वर्षगांठ पर
इन बिट्स और बाइट्स के
आदान-प्रदान से
हम दोनों के जीवन में
थोड़ी हलचल हुई
दोनों प्रसन्न चित्त हुए
फेसबुक-लिंक्डइन के आँकड़े
कुछ सुदृढ़ हुए
और
सोशल इंजीनियरिंग की
ज़िंदगी कुछ लम्बी हुई
राहुल उपाध्याय । 11 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
ऊँची आवाज़ में सुनाई देते हैं ####
सोच होती है डाउन, होते हैं ## ##
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
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आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 9 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 2 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
क्या मिला पीपल से, क्या ## ## से
शुद्धता से नहीं, गहने बनते #### से
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 16 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 9 मार्च 2025 । सिएटल
ज़िन्दगी
बिगड़ने, बिगाड़ने
सँवरने, संवारने का सबक है
ज़िन्दगी
तेरी-मेरी आरज़ू की सनक है
कब, कहाँ, किसने
किसी को देखा है मरते-मारते
ज़िन्दगी न ख़्वाब है
न हकीकत है
बस महक है
जब जो मिला
जिससे मिला
सबका शुक्रिया
उनसे ही हुई
ज़िन्दगी की तीरगी में चमक है
न मिलते तो
रोता ही रहता
ऐसा भी नहीं है
चीनी छोड़े बरसो हुए
मिलता न आँखों में नमक है
मेरा-तुम्हारा मिलन-वस्ल
एक खूबसूरत हकीकत है
आज भी तुमसे मिलने की
एक उम्मीद, एक ललक है
राहुल उपाध्याय । 7 मार्च 2025 । सिएटल
इतवारी पहेली:
ऊँची आवाज़ में सुनाई देते हैं ####
सोच होती है डाउन, होते हैं ## ##
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 9 मार्च 2025 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 2 मार्च 2025 । सिएटल
वह जानती है मुझे
मुझसे भी ज्यादा
कहती है
मेरी तबियत ठीक नहीं है
कहती है
मेरी एक आँख सूजी हुई है
कहती है
मेरी आवाज़ भारी है
कहती है
मुझे यहाँ-वहाँ नहीं खाना चाहिए
कहती है
मुझे अपनी डाइट पर फ़ोकस करना चाहिए
वह चाहती है मुझे
मुझसे भी ज्यादा
राहुल उपाध्याय । 28 फरवरी 2025 । सिएटल
वह तब भी मुझे आप कहती थी
वह आज भी मुझे आप कहती है
वह तब भी मुझसे बात करती थी
वह आज भी मुझसे बात करती है
जाने क्या है मुझमें कि
मुझे जीलाए रखती है
ज़िन्दगी के हर मोड़ को
विस्तार से बयान करती है
मेरा वजूद बनाए रखती है
मुझसे न कुछ छुपाती है
मुझे अपना बनाए रखती है
न डरती है, न हिचकती है
मुझे दिल से लगाए रखती है
व्यस्त है ज़िन्दगी उसकी
और मेरा वो ध्यान रखती है
छोटी है उम्र में और
बुजुर्गों सा ख़याल रखती है
नायिका वो शरतचंद्र की
मुझे देवदास न होने देती है
वह तब भी मुझे आप कहती थी
वह आज भी मुझे आप कहती है
वह तब भी मुझसे बात करती थी
वह आज भी मुझसे बात करती है
राहुल उपाध्याय । 26 फरवरी 2025 । सिएटल