Friday, December 5, 2025

कितना अच्छा लगता है

कितना अच्छा लगता है

जब वह कहती है 

मैं बात नहीं कर सकती 

मन तो बहुत करता है 

पर कोई न कोई हमेशा साथ होता है 


कितना अच्छा लगता है

जब बात करते-करते

कोई आ धमकता है

और वह फ़ोन काट देती है 


कितना अच्छा लगता है 

जब बिन बात किए ही

बात हो जाती है 


कितना अच्छा लगता है 

जब वो हो जाती है आशंकित 

किसी बात पर

और उँगलियाँ 

टटोलती है मेरा स्टेटस 

चलाती है मेरा इन्स्टा


कितना अच्छा लगता है

जब वो कहती है 

कि ये सब उसकी सौत के लिए लिखा है

उसके लिए नहीं 


कितना अच्छा लगता

जब न सर पे हो बाल

न गाल पे हो गाल

और फिर भी 

ज़िंदगी हो मालामाल 


राहुल उपाध्याय । 5 दिसम्बर 2025 । सिएटल 

Monday, December 1, 2025

इससे ज़्यादा और क्या चाहिए

मैंने कहा 

मेरी तरफ़ देखो 

उसने देखा 


मैंने कहा 

मेरा हाथ पकड़ो 

उसने पकड़ा 


मैंने कहा 

साड़ी पहन लो

उसने पहन ली 


और इस कविता में उसे

अपना अक्स नज़र आए


इससे ज़्यादा और क्या चाहिए


राहुल उपाध्याय । 1 दिसम्बर 2025 । सिएटल 



Saturday, November 29, 2025

इतवारी पहेली 2025/11/30

इतवारी पहेली:


सौ करोड़ यदि हो तो न करो # ## का

इलज़ाम लग सकता है धन ### का


(पहली पंक्ति का पहला शब्द अंग्रेज़ी का है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 7 दिसम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 30 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/11/23



On Sun, Nov 23, 2025 at 12:01 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


चुनाव का नतीजा वाक़ई #### है

वहाँ दस बुद्धिमान नहीं # ### हैं


(दूसरी पंक्ति के पहले अक्षर पर चन्द्रमा है, जैसे कि छँटनी में छ पर है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Monday, November 24, 2025

मैं इस बार थोड़ा वैट करूँगा

मैं इस बार थोड़ा वैट करूँगा 

जल्दबाज़ी में न दुख व्यक्त करूँगा 

किसी के व्यंग्य का ना पात्र बनूँगा 

सारी रील्स देखकर पुष्टि करूँगा 

चिता ठंडी होने तक धैर्य रखूँगा 


रोना-धोना बेकार न जाए

इसलिए आँसू रोक रखूँगा 

जब सब कह चुके होंगे तब कहूँगा 

भीड़ से अलग मैं अपनी बात रखूँगा 

एक से बढ़कर एक याद जुटाकर

सबसे अलग एक संस्मरण लिखूँगा 


फिर कहीं घर वो लौट न आए

मेहनत सारी बेकार न जाए 

बेटे मुझ पर न लानत भेजे 

परिजन मुझे न एटिकेट सिखाए

इसलिए इस बार मैं वैट करूँगा 

चिता ठंडी होने तक धैर्य धरूँगा 


राहुल उपाध्याय । 24 नवम्बर 2025 । सिएटल 




Sunday, November 23, 2025

इतवारी पहेली: 2025/11/23

इतवारी पहेली:


चुनाव का नतीजा वाक़ई #### है

वहाँ दस बुद्धिमान नहीं # ### हैं


(दूसरी पंक्ति के पहले अक्षर पर चन्द्रमा है, जैसे कि छँटनी में छ पर है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 23 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Saturday, November 22, 2025

Re: इतवारी पहेली: 2025/11/16



On Sun, Nov 16, 2025 at 6:37 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


दस नहीं ला सकती तो # ## #

फूटी क़िस्मत कभी कुछ ## ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 16 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Thursday, November 20, 2025

कभी भूल गया, कभी याद रहा

कभी भूल गया, कभी याद रहा 

कभी चुप रहा, कभी बोल गया 


जग ने समझा मैं उन्हें भूल गया 

ख़ुद रास्ता मैंने बदल लिया 


अब कौन कहाँ किसी के साथ है 

किसने किसका है साथ दिया


हाथापाई से न दो पाई हाथ आ पाई 

उल्टा जो हाथ में था वो भी मिटा


कर लो कितना ही गुणा-भाग तुम 

जो घटना था वो सदा घटा


राहुल उपाध्याय । 20 नवंबर 2025 । सिएटल 



Sunday, November 16, 2025

इतवारी पहेली: 2025/11/16

इतवारी पहेली:


दस नहीं ला सकती तो # ## #

फूटी क़िस्मत कभी कुछ ## ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 23 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 16 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/11/09



On Sat, Nov 8, 2025 at 10:42 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


कभी नहीं गई बा किसी शादी-### में

क्योंकि कहीं जाती नहीं थीं # ## में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 16 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 9 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Saturday, November 8, 2025

इतवारी पहेली: 2025/11/09

इतवारी पहेली:


कभी नहीं गई बा किसी शादी-### में

क्योंकि कहीं जाती नहीं थीं # ## में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 16 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 9 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/11/02



On Sun, Nov 2, 2025 at 5:03 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


जो रहते हैं लैला-मजनू से #%# #%# में

प्यार के सिवा न कुछ उनके #%#%# में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 9 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 2 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Sunday, November 2, 2025

और क्या अहद-ए-वफ़ा होते हैं

और क्या अहद-ए-वफ़ा होते हैं 

लोग मिलते हैं, जुदा होते हैं 


हर कोई साथ है पानी की तरह 

टिकने वाले न जमा होते हैं 


हाथ उठते ही नहीं दुआ में मेरे 

हाथ इसलिए तो न अता होते हैं 


अब तलक प्यार है हमें उनसे 

बस इसलिए वो ख़फ़ा होते हैं 


मिलना-जुलना, हँसते-हँसाते रहना 

सारे रोगों की दवा होते हैं


राहुल उपाध्याय । 2 नवम्बर 2025 । सिएटल 

(पहली दो पंक्तियाँ आनन्द बक्षी द्वारा लिखे इस गीत से ली गईं हैं

https://youtu.be/SlRtQMkTkvQ?si=9-Q6Pgg2JImzw0he

)

अहद-ए-वफ़ा = वफ़ा की दुनिया 

अता = अनुदान 

इतवारी पहेली: 2025/11/02

इतवारी पहेली:


जो रहते हैं लैला-मजनू से #%# #%# में

प्यार के सिवा न कुछ उनके #%#%# में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 9 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 2 नवम्बर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/10/26



On Sun, Oct 26, 2025 at 2:48 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


मेरे दूर के चाचा बसे हैं मेरी ## में 

बना देते थे वो मैगी मिनट तीन # # में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 2 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 26 अक्टूबर 2025 । सिएटल 


Thursday, October 30, 2025

तैंतीस करोड़

मेरा जन्म देवोत्थानी एकादशी को हुआ था 

और मुझे देवताओं में विश्वास नहीं है 

न ही व्रत-उपवास में


मेरे जन्मदिन के बाद ही 

शादी का मुहूर्त निकलता है 

और मैं शादीशुदा नहीं हूँ 


तैंतीस करोड़ देवताओं 

में से हर एक ने

अब तक

मुझे एक-एक रुपया दिया है 

जबकि मैंने एक पाई भी दान में नहीं दी है 


कुछ तो उलट-फेर है

न देर है, न अंधेर है

या फिर अंधेर ही अंधेर है 


राहुल उपाध्याय । 30 अक्टूबर 2025 । सिएटल 



Sunday, October 26, 2025

इतवारी पहेली: 2025/10/26

इतवारी पहेली:


मेरे दूर के चाचा बसे हैं मेरी ## में 

बना देते थे वो मैगी मिनट तीन # # में 


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 2 नवम्बर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 26 अक्टूबर 2025 । सिएटल 


Re: इतवारी पहेली: 2025/10/19



On Sat, Oct 18, 2025 at 11:41 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


गर्मी से 'बेक' हुए गुरु के #### में 

जैसे कि हो रहा हो ## ### में


(दूसरी पंक्ति का दूसरा शब्द अंग्रेज़ी का है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 26 अक्टूबर 2025 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 19 अक्टूबर 2025 । सिएटल