दो शून्य
या एक शून्य?
जो भी हो
बस रहे पुण्य
पाप न आपके साथ रहे
खुशियों की बरसात रहे
और हाँ
इस वर्ष आप कुछ खास करें
हिंदी लिखने का प्रयास करें
जब आप हिंदी पढ़ और बोल सकते हैं
तो हिंदी लिख भी सकते हैं
और नहीं लिख सकते,
तो लिखना सीख भी सकते हैं
http://www.giitaayan.com/x.htm पर जाए
और एक बार लिख कर देखें
कैसे लिखें कुछ समझ न आए बात, मुझसे कहें
कोई पल हो दिन हो या रात, मुझसे कहें
कोई मुश्किल कोई परेशानी आए
या लगे कुछ ठीक नहीं है फ़ाँट
मुझसे कहें
ऋषि लिखना हो या लिखना हो श्रृंगार
और लिखें ये रिषि, श्रिन्गार या ष्रंगार
मानें कभी ना हार
मुझसे कहें
मैं हूँ ना
सिएटल 425-898-9325 upadhyaya@yahoo.com
(जावेद अख़्तर से क्षमायाचना सहित)
Thursday, December 31, 2009
2010
Posted by Rahul Upadhyaya at 10:11 AM
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1 comments:
आपको भी नव वर्ष मंगलमय हो.
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