कुछ दिन हुए
एक चिड़िया यहाँ
आने लगी थी
खुशी के गीत
वो गाने लगी थी
सुनता था मैं
गुनगुनाता था मैं
खुशी से
फूला न समाता था मैं
देखो तो उसके सुकोमल पंख
बच्चों को गर्व से दिखलाता था मैं
वो उसका फुदकना
वो उसका चहकना
वो बार-बार उड़-उड़ के
उसका वापस पलटना
कितना खुशकिस्मत है
ये घर-आंगन हमारा
कि
चिड़िया यहाँ घर बसाने लगी है
और फिर एक दिन
नई चीज
पुरानी हो गई
रूमानी थी दुनिया
सयानी हो गई
वो घोंसले की गंदगी
वो चूजों की चक-चक
हमारे लिये परेशानी हो गईं
छत सड़ेगी
मरम्मत बढ़ेगी
एक न एक दिन
विपदा गिरेगी
जैसे भी हो
इन्हें दफ़ा करो
कहो:
कहीं और
जा के रहो
अब येलोस्टोन जा के
पंछी देखते हैं हम
दूरबीन-टेलिस्कोप की जहमत
उठाते हैं हम
उन्हें एस-एल-आर कैमरे में कैद कर के ले आते हैं हम
और
फ़ेसबूक की वॉल पे इतराते हैं हम
कुछ दिन हुए
एक चिड़िया
यहाँ आने लगी थी
सिएटल । 513-341-6798
21 अगस्त 2012
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येलोस्टोन = Yellowstone National Park
एस-एल-आर कैमरा = SLR Camera; Single-lens Reflex Camera
वॉल = wall
3 comments:
Very beautiful!
kuch acchaa bhee dekhnaa seekhoo, shaayad logoon sukee nahin to yeh dukh bharee kavitaain na sunnee padeein.
घर की छत, चिड़िया का आना, उसके कोमल पंख, उसका गाना, उसको देखने पर आपकी ख़ुशी और फिर बदलती feelings - लगा जैसे शब्दों से एक painting बनी है! Very nice!
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