किसी की मूंगफली
किसी की चाट
किसी के खूबसूरत जज़बातों का अहसास
यही तो है जो
लेता है श्वास
रहता है साथ
मुझे तुमसे
देता है बांध
अहसासों का बांध
बांधता भी है
तो
यदा-कदा बहता भी है
बह के कभी
बन जाता है खार
बन जाता नहर
किसी वादी के कोने में जाता ठहर
ताकि
चावल उगें
फूल खिलें
किसी के सोए
अरमां जगें
किसी की मूंगफली
किसी की चाट
किसी के खूबसूरत जज़बातों का अहसास
यही तो है जो
लेता है श्वास ...
10 नवम्बर 2012
सिएटल । 513-341-6798
==========
खार = न नदी, न नहर, इन दोनों से परे एक छोटा बहाव जो गाँव से हो कर गुज़रता है, और जिसमें बचपन में मैं खूब नहाया हूँ
किसी की चाट
किसी के खूबसूरत जज़बातों का अहसास
यही तो है जो
लेता है श्वास
रहता है साथ
मुझे तुमसे
देता है बांध
अहसासों का बांध
बांधता भी है
तो
यदा-कदा बहता भी है
बह के कभी
बन जाता है खार
बन जाता नहर
किसी वादी के कोने में जाता ठहर
ताकि
चावल उगें
फूल खिलें
किसी के सोए
अरमां जगें
किसी की मूंगफली
किसी की चाट
किसी के खूबसूरत जज़बातों का अहसास
यही तो है जो
लेता है श्वास ...
10 नवम्बर 2012
सिएटल । 513-341-6798
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खार = न नदी, न नहर, इन दोनों से परे एक छोटा बहाव जो गाँव से हो कर गुज़रता है, और जिसमें बचपन में मैं खूब नहाया हूँ
2 comments:
"अहसासों का बांध
बांधता भी है
तो
यदा-कदा बहता भी है"
कितनी सुन्दर बात कही है...
"खार" कभी देखा तो नहीं पर नीचे दी description से imagine किया जा सकता है। नदी और नहर से छोटा - शायद बहुत subtle अहसासों की तरह?
बहुत अच्छी बात कही आपने |
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