पहले मोहल्ले में
- लक्ष्मीनारायण जी मारसाब
- धूलचन्द तेली
- कारू सुतार
- गब्बा दा चक्की वाले
- धबई जी प्रेस वाले
- डोशी जी दवाई वाले
रहते थे
और पेड़
- आम के
- नीम के
- पीपल के
- जामुन के
होते थे
अब
किसी को किसी के काम की
कोई जानकारी नहीं है
और न ही कोई सरोकार है
सब बस्ता लटकाए
भेड़-बकरियों की तरह
बस में भरकर जाते हैं
बस में भरकर आते हैं
अब मोहल्ले में
- त्रिवेदी जी
- गुप्ता जी
- व्यास जी
- पाराशर जी
- लोढ़ा जी
रहते हैं
पेड़ या तो रहे नहीं
या जो रह गए हैं
वे किसी न किसी के खाते में आ गए हैं
लाल गाड़ी
अक्सर गुप्ता जी के पेड़ के नीचे खड़ी रहती है
ठेले वाला
व्यास जी के पेड़ के नीचे सब्जी बेचता है
अब पेड़
- गुप्ता जी के
- व्यास जी के
हैं
पहले पेड़
- आम के
- नीम के
- पीपल के
- जामुन के
होते थे ...
25 फ़रवरी 2019
सिएटल
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