पल-पल चले गन-वन सुलग-सुलग जाए मन
लगे आज इस दुनिया में नहीं है अमन
मसला हो कोई मारना किसी को
हल तो नहीं है मारना किसी को
हाय करे अब क्या जतन
जब रेडियो पे चलती हैं ख़बरें
कोई मर रहा है फिर आज गन से
बूँद-बूँद बरसे नयन
(योगेश से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 20 अप्रैल 2023 । सिएटल
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