Thursday, October 30, 2025

तैंतीस करोड़

मेरा जन्म देवोत्थानी एकादशी को हुआ था 

और मुझे देवताओं में विश्वास नहीं है 

न ही व्रत-उपवास में


मेरे जन्मदिन के बाद ही 

शादी का मुहूर्त निकलता है 

और मैं शादीशुदा नहीं हूँ 


तैंतीस करोड़ देवताओं 

में से हर एक ने

अब तक

मुझे एक-एक रुपया दिया है 

जबकि मैंने एक पाई भी दान में नहीं दी है 


कुछ तो उलट-फेर है

न देर है, न अंधेर है

या फिर अंधेर ही अंधेर है 


राहुल उपाध्याय । 30 अक्टूबर 2025 । सिएटल 



इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


1 comments:

सुशील कुमार जोशी said...

तैतीस करोड़ नहीं तैतीस कोटि देवता |