Friday, May 24, 2013

तब और अब

पहले बीट वो होती थी
जिसे कबूतर किया करते थे
आजकल बीट वो है
जिसपे बराती नाचा करते हैं


पहले ट्वीट का मतलब होता था
चिड़िया डाल पर चहक रही है
और आजकल ट्वीट का मतलब है
प्रियंका मॉल में मटक रही है


पहले फोन होता था फोन करने के लिए
आजकल फोन होता है यू-ट्यूब देखने के लिए


पहले नेट वो होता था
जिसमें शेर फ़ंस जाता था
और चूहा उसे बचाता था
आजकल नेट वो है
जिसमें माऊस हमें फ़ंसाता है
और बचाने वाला कोई नहीं!


24 मई 2013
सिएटल ।
513-341-6798

इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


3 comments:

Anonymous said...

"पहले नेट वो होता था
जिसमें शेर फ़ंस जाता था
और चूहा उसे बचाता था
आजकल नेट वो हैप
जिसमें माऊस हमें फ़ंसाता है
और बचाने वाला कोई नहीं!"

आख़री की lines में बहुत अच्छा comparison किया है आपने - funny है मगर सोचो तो एक गहरी बात भी है। शेर-चूहे की कहानी में चूहा सच्चा दोस्त था जिसने नेट काटकर शेर को बचाया था। आजकल चूहे ने ही हमें नेट में फँसाया है। :) गहराई में जाएँ तो बात यह आई कि जब दोस्त खुद शिकारी बन जाए और मुसीबत में डाल दे तो कौन बचाएगा?

Anonymous said...

सही बात कही है:
शेर नेट में फँस जाये तो चूहा उसे बचाये
चूहा जो नेट बिछाये उससे कौन बचाये

Anonymous said...

बहुत funny comparisons किये हैं तब और अब के - especially बीट वाली बात! :)