कोरोना का कोई इलाज नहीं है
कल तो होगा जो आज नहीं है
जब तक जीवन है जी भर के जियो
निराश होने की कोई बात नहीं है
न आए मर्ज़ी से, न जाएँगे मर्ज़ी से
आने-जाने का कोई हिसाब नहीं है
चुटकुला आए कोई व्हाट्सैप पर
हँसी छूटे तो कोई अपराध नहीं है
क्यूँ मुँह लटकाए बैठे 'राहुल'
ज़िन्दा है कोई लाश नहीं है
राहुल उपाध्याय । 29 फ़रवरी 2020 । सिएटल
0 comments:
Post a Comment