दूध का दूध
वॉटर का वॉटर हो गया
मन्दिर में भगवान नहीं
यह तथ्य उजागर हो गया
सुन्दरकाण्ड का पाठ हो
या हो सत्यनारायण कथा
सब के सब हैं किट्टी पार्टी
जहाँ चहचहाएँ विमला-कमला-लता
सिमरन, संगत, साधु से भी
नहीं होता कोई लाभ
कोरोना के रोग का भी
डॉक्टर ही ढूँढ रहे इलाज
यज्ञ, जप और हवन ने भी
डाल दिए हथियार
आज के बाद इन सबको
दूर से करो नमस्कार
कर्मकाण्ड हो या भक्तिभाव
सब के सब बेकार
कोरोना की इस सीख को
कभी न भूलो यार
राहुल उपाध्याय । 11 मार्च 2020 । सिएटल
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