चार दिन की ज़िंदगी?
ये कौनसा गणित है?
बूँद बूँद से घड़ा भरता है
किसी ने कभी भर के देखा है?
पैसा हाथ का मैल है
ये कहाँ की तुक है?
बेकार ही हमने पढ़ाई की?
यदि हम अहिंसा के पुजारी हैं तो आँख क्यों मारते हैं?
कोई पूछे कि 'एक सवाल पूछूँ?' तो उसे क्या जवाब दूँ?
राहुल उपाध्याय । 5 अप्रैल 2022 । सिएटल
0 comments:
Post a Comment