Wednesday, November 6, 2024

अब तो मान जाओ

अब तो मान जाओ 

कि वो सुनता नहीं है

किसी भी मुद्दे पर

हस्तक्षेप करता नहीं है

तुम चाहो कि

यह जीते

वह जीतता नहीं है 

तुम चाहो कि

वह हारे

वह हारता नहीं है

तुम्हारे चाहने से

कुछ होता नहीं है 

यदि हो भी गया

तो तुम्हारे चाहने से तो यह हुआ नहीं है

क्योंकि हर बार ऐसा होता नहीं है


राहुल उपाध्याय । 6 नवम्बर 2026 । सिएटल 


Sunday, November 3, 2024

इतवारी पहेली: 2024/11/03


इतवारी पहेली:


जो जीता वो ##%## 

जो हारा वो ## #%## 


(दूसरी पंक्ति का पहला शब्द अंग्रेज़ी का है, लेकिन हिन्दी में प्रचलित है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya


आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 10 नवम्बर 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 3 नवम्बर 2024 । सिएटल 




Re: इतवारी पहेली: 2024/10/27



On Sat, Oct 26, 2024 at 11:54 PM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


उस दिन बारिश में उसका भी दामन ## #

यही है उसकी भी कहानी और मेरी # ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 3 नवम्बर 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 27 अक्टूबर 2024 । सिएटल 




Monday, October 28, 2024

काम भी बस एक हैडएक है

काम भी बस एक हैडएक है

लेनी मुझे भी एक ब्रेक है


ज़िन्दा जला देंगे एक दिन ये

सारी प्रेज़ बस फेक है 


नेकी कर न दरिया में डालें

पर्यावरण बिगड़ेगा ये मिस्टेक है


जितना कमाऊँ पूरा पड़ता नहीं 

टेक आउट से ध्वस्त मेरी इनटेक है


चुनूँ किसे चुनाव सर पर है

न इधर, न उधर कोई विवेक है


राहुल उपाध्याय । 28 अक्टूबर 2024 । सिएटल 




Saturday, October 26, 2024

इतवारी पहेली: 2024/10/27


इतवारी पहेली:


उस दिन बारिश में उसका भी दामन ## #

यही है उसकी भी कहानी और मेरी # ##


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 3 नवम्बर 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 27 अक्टूबर 2024 । सिएटल 




Re: इतवारी पहेली 2024/10/20



On Sun, Oct 20, 2024 at 6:58 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


सत्तर-अस्सी नहीं, खाओ # ##

सीधी सी बात है, क्यूँ लगे ###?


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 27 अक्टूबर 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 20 अक्टूबर 2024 । सिएटल 




Sunday, October 20, 2024

इतवारी पहेली 2024/10/20


इतवारी पहेली:


सत्तर-अस्सी नहीं, खाओ # ##

सीधी सी बात है, क्यूँ लगे ###?


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 27 अक्टूबर 2024 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 20 अक्टूबर 2024 । सिएटल