तेरह महीने पहले
जो कुछ घटा था
उससे
जीवन घटा नहीं
जीवन बढ़ा था
घटाएँ
घटाना नहीं
सीखाती हैं जोड़ना
सोचो भला
कैसे भरते जलाशय?
गरज-गरज कर
जो न बरसती घटाएँ?
बिना गरज के
कौन करता है ऐसे?
नि:स्वार्थ भाव से
दु:ख हरता है ऐसे?
तेरह महीने पहले
जो कुछ घटा था
उससे
जीवन घटा नहीं
जीवन बढ़ा था
सिएटल 425-898-9325
2 सितम्बर 2009
Wednesday, September 2, 2009
तेरह महीने पहले
Posted by Rahul Upadhyaya at 11:37 PM
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Labels: bio, intense, new, relationship
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1 comments:
तनिक शंशय है ....कृपया बताएं...आपने तेरह महीने पहले के किस घटना का जिक्र किया है...कहीं यह वर्षा ऋतु तो नहीं?
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