Thursday, July 15, 2021

इक बलवान सी लड़की ने मुझसे नाता जोड़ लिया

https://youtu.be/Xe5mKN-2Qys


लाज की सीमाएँ तोड़ी

डर भी घर का छोड़ दिया 

इक बलवान सी लड़की ने

मुझसे नाता जोड़ लिया 


उसने मुझको अपना समझा

उड़ गई नींद दीवाने की

आँखों से जब आँखें मिल गईं

मिल गई राह ख़ज़ाने की

उस संग जीवन ऐसा जैसे

ख़ुशियाँ हो मयखाने की

अब तक जो मैं पीता था

सब का सब ही छोड़ दिया 


अब न कोई प्यास बची है 

ना है भूख ज़माने की

साँसों में है प्यार की रंगत

लब पे गीत सुनाने की

प्यार का मतलब जो न समझें

तलब उन्हें समझाने की

घर-घर जा के मैं ये बोलूँ 

मैंने प्यार को ओढ़ लिया


राहुल उपाध्याय । 15 जुलाई 2021 । सिएटल 



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