Friday, July 9, 2021

पूछो न कैसे मैंने गीत बनाए

https://youtu.be/OoGTaHHmv68


पूछो ना कैसे मैंने गीत बनाए

इक गीत ऐसा, इक गीत वैसा

सब गीतों ने जान ली हाए 


कभी-कभी चंचल, कभी अति धीरा

कभी-कभी आनन्द, बहे कभी पीरा 

लिखते-गाते प्राण गँवाए 


कभी-कभी सोचूँ, लिख डाली गीता

फिर तभी सोचूँ, मैंने कुछ नहीं लिखा

जग के मन को रास जो आए


राहुल उपाध्याय । 9 जुलाई 2021 । सिएटल 

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