Monday, July 19, 2021

समझ लो ज़ीस्त के मानी

https://youtu.be/wuk4cbxYFWE


समझ लो ज़ीस्त के मानी

जहाँ हो सुख पाओगे 

सफ़र में ही है सुख सारा

जहां को ये बताओगे 


है जब तक हाथ में शक्ति 

तुम्हारी आँख में ज्योति 

जो देखे ही नहीं अब तक

वो मोती ढूँढ लाओगे 


जहाँ है प्यार का मारा

जहाँ में प्यार ही सब कुछ 

इसे तुम प्यार से देखो

प्यार ही प्यार गाओगे 


अगर हो हमसफ़र कोई 

राह छोटी नहीं होती

तुम्हारा ही है ये संघर्ष 

कहा ये मान जाओगे 


राहुल उपाध्याय । 14 जुलाई 2021 । सिएटल 

ज़ीस्त = जीवन

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