कार तो कार, घड़ी भी चार्ज होती है
नई पीढ़ी बात-बात पे आज रोती है
नेटवर्क नहीं तो कुछ भी नहीं
ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं एक चुनौती है
सुनने की बजाए, देखती है गाना
यूट्यूब पे नैनों की ज्योति खोती है
एम-एन-सी का रोकड़ा है कुछ इतना प्यारा
दिन तो दिन, रात में भी हल जोती है
सत्यासी, अट्ठासी से नवासी ही नहीं
अनभिज्ञ बेटा-बेटी पोता-पोती हैं
राहुल उपाध्याय । 29 नवम्बर 2021 । सिएटल
1 comments:
वाह
Post a Comment