ऐ बन्दे तुझे क्या है ग़म
तेरे सर पे है उसका करम
बात बन जाएगी
राह मिल जाएगी
'गर तू पाले न कोई भरम
एक ही का सदा नाम ले
खुद ही खुद को थाम ले
तू वही पाएगा
जो भी कर जाएगा
तेरी बुद्धि से खुद काम ले
कर दिल से
न रख कुछ वहम
जो भी पाएगा
होगा अहम
कोई पाया नहीं पार है
मिला सुंदर ये संसार है
मिला सूरज हमें
मिला चंदा हमें
सब सुखों की मिली खान है
भरी दौलत यहाँ है अगम
पग-पग पे है उसका करम
(भरत व्यास से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 11 मार्च 2021 । सिएटल
0 comments:
Post a Comment