यूँ कर तेरे मन को
जैसे बहता हो शिकारा
रंगीं हो ये मौसम
लगे प्यारा जग सारा
सारा तेरा जीवन ये
प्यार से यूँ छलके
ख़ुश रहे तब तक तू
जब तक खुली पलकें
तू ही तेरा जीवन
तू ही तेरा सहारा
गाए जा जीवन भर
ख़ुशियों भरे नग़मे
मिले जो ग़म भी तो
तार उन्हें हँस के
तू ही तेरा नायक
तू ही तेरा सहारा
यूँ कर तेरे मन को
(आनंद बक्षी से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 7 मार्च 2021 । सिएटल
1 comments:
बहुत सुन्दर ...
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