Sunday, March 7, 2021

यूँ कर तेरे मन को

https://youtu.be/QDfpxZcL3Is 

यूँ कर तेरे मन को

जैसे बहता हो शिकारा

रंगीं हो ये मौसम

लगे प्यारा जग सारा


सारा तेरा जीवन ये

प्यार से यूँ छलके

ख़ुश रहे तब तक तू

जब तक खुली पलकें 

तू ही तेरा जीवन

तू ही तेरा सहारा


गाए जा जीवन भर

ख़ुशियों भरे नग़मे 

मिले जो ग़म भी तो

तार उन्हें हँस के

तू ही तेरा नायक

तू ही तेरा सहारा

यूँ कर तेरे मन को


(आनंद बक्षी से क्षमायाचना सहित)

राहुल उपाध्याय । 7 मार्च 2021 । सिएटल



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1 comments:

कविता रावत said...

बहुत सुन्दर ...