https://youtu.be/KHz3cUO5EqI
है गिला उन्हें मैं प्यार किया करता हूँ
प्यार मुझे सबसे मैं प्यार किया करता हूँ
ज़माने भर के ग़मों की है एक भीड़ यहाँ
उन्हें तज के मैं प्यार किया करता हूँ
न इसका हूँ, न उसका हूँ, न किसी का हूँ मैं
हर कली से मैं प्यार किया करता हूँ
न मिलाई कुंडली, न मुहूर्त निकाला है कभी
सुबह से शाम से मैं प्यार किया करता हूँ
न सोचा, न समझा, न परखा है कभी
सरफिरा मैं, मैं प्यार किया करता हूँ
राहुल उपाध्याय । 4 फ़रवरी 2021 । सिएटल
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