बालों को गिनना आसान हो गया है
जब से बेटा जवान हो गया है
अक़्ल पे हमारे क्यूँ पड़ते न पत्थर
दौलत पे इतना गुमान हो गया है
धन की समस्या मिटाने गया तो
ग़ायब घर से ईमान हो गया है
सिफ़ारिश उसकी मेरे काम आ गई
देखते ही देखते वो आसमान हो गया है
जब आईना ही मेरा सच्चा नहीं है
किस-किसको कहूँ कि हैवान हो गया है
राहुल उपाध्याय । 21 नवम्बर 2024 । सिएटल
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