है समन्दर कहीं तो कहीं सहरा है मेरा
तू जो नहीं तो हर जलजला है मेरा
(जलजला = क्रोधी, बिगड़ैल
ज़लज़ला = भूकम्प
सहरा = रेगिस्तान)
तेरे बग़ैर कहाँ मौत भी मयस्सर
मर-मर के जीवन चलता है मेरा
हैं आँखों में तेरी विवशता के साएँ
इनसे ही तो पेट भरता है मेरा
जब से सुना तू चाहती है मुझको
ख़तरों से दिल न डरता है मेरा
रू-ब-रू नहीं, ख़यालों में हूँ
साँसों में तेरी अक्स रहता है मेरा
राहुल उपाध्याय । 30 सितम्बर 2023 । सिंगापुर
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