Saturday, September 16, 2023

Re: इतवारी पहेली: 2023/9/10



On Sun, Sep 10, 2023 at 2:47 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


हम ना कबीर हैं, # ## #

ज़िन्दगी हमारे लिए ### #


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 

सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 10 सितम्बर 2023 को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 10 सितम्बर 2023 । सिएटल 




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