On Sun, Sep 10, 2023 at 2:47 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:
इतवारी पहेली:
हम ना कबीर हैं, # ## #
ज़िन्दगी हमारे लिए ### #
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 10 सितम्बर 2023 को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 10 सितम्बर 2023 । सिएटल
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