वो कितनी डरती है
वो कितनी मरती है
मेरी बातों से
मेरे गानों से
वो कितनी पगली है
वो कितनी बनती है
कोई पूछे तो
झूठ कहती है
वो कितनी कच्ची है
वो कितनी सच्ची है
जो कहना नहीं
कह देती है
वो कितनी खट्टी है
वो कितनी मीठी है
सब रंगों का
रस देती है
वो कितनी हँसती है
हँसती रहती है
दूधिया दाँतो से
हँसती रहती है
वो सबसे अच्छी है
वो सबसे रखती है
प्यारी-प्यारी सी
बातें करती है
राहुल उपाध्याय । 25 अक्टूबर 2023 । लंगकावी (मलेशिया)
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सुन्दर
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