Friday, December 13, 2024

डेढ़ करोड़

मैं हरी मिर्च 

डंठल तोड़ कर ही लेता हूँ 

एकाध मिर्च फ़्री में मिल जाती है


कोई पोर्टलैंड से आता-जाता हो

तो आईफ़ोन मँगवा लेता हूँ 

कॉस्टको, नेटफ्लिक्स, टी-मोबाइल 

सब शेयर कर के

सौ-डेढ़ सौ यूँही बचा लेता हूँ 


मैं स्मार्ट हूँ 

बेवक़ूफ़ नहीं 

यूँही

डेढ़ करोड़ तनख़्वाह नहीं है मेरी


राहुल उपाध्याय । 13 दिसम्बर 2024 । सिएटल 




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1 comments:

सुशील कुमार जोशी said...

बधाई करोड़ और आधे और की :)