तुम किसे हैप्पी बर्थडे कहती हो
और किसे हैप्पी दीवाली
मुझे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता
मेरे दुश्मन
तुम्हारे दोस्त हैं
तो हैं
मैं क्या करूँ?
तुम
किसके यहाँ जाती हो
क्या खाती हो
क्या पीती हो
कब जाती हो
कब आती हो
किस जोक पर हँसती हो
मुझे कोई सरोकार नहीं
सरोकार है तो बस इससे
कि तुम अब भी मेरी कविताओं में हो
सारा ज़माना हमें जानता है
और तुम्हारे बारे में मुझसे पूछता है
तुम दूर हो कर भी
मेरे साथ हो
और रहोगी
राहुल उपाध्याय। 17 दिसम्बर 2024 । सिएटल
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