Friday, March 25, 2022

एक से ज़्यादा

एक ही के साथ रहता

तो उसे ही दोष देता

कि ये मुझे समझ नहीं पाई


एक ही प्यार करती

तो लगता

तरस खा रही है 


एक से ज़्यादा हो तो

सम्भावनाएँ अनेक हैं

ख़ुश होने की

दुखी होने की


एक ही जीवन में

कई जीवन जी लेना

मेरी ख़ुशनसीबी है 


राहुल उपाध्याय । 25 मार्च 2022 । सिएटल 


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