तेरे मेरे बीच में
कैसा है ये टेंशन अंजाना
मैंने नहीं जाना
तूने नहीं जाना
कितनी ज़ुबानें बोले लोग हमजोली
क्यूँ नहीं बोले प्रेम की बोली
बोले जो शमा परवाना
नींद न आए मुझे चैन न आए
लाख जतन करूँ समझ न आए
लड़ता है क्यूँ ज़माना
(आनंद बक्षी से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 8 अक्टूबर 2020 । सिएटल
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