तुम आती हो सामने
मन में हज़ारों तूफ़ान लिए
और चेहरे पर कुछ नहीं
तुम मेरी मोना लिसा हो
तुम आती हो सामने
ब्याहता किसी की
और कविता मेरी
तुम मेरी मीरा हो
तुम आती हो सामने
एक विरहिणी सी
जो खेली मेरे संग
तुम मेरी राधा हो
तुम आती हो सामने
तुम आती हो सामने
तुम आती हो सामने
तुम आती हो सामने
तुम आती हो सामने
तुम आती हो सामने
राहुल उपाध्याय । 28 सितम्बर 2021 । सिएटल
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