बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम
कदम अब पीछे लेंगे न हम
डरते नहीं हम, हो जाए रूसवा
खो जाए मंज़र, लुट जाए जलवा
कल चाहे हो जाए जहाँ ये ख़तम
(रूसवा = अपमानित)
है जन्नत से प्यारी छोटी ये दुनिया
इसमें हैं लाखों-लाखों की ख़ुशियाँ
हमें नहीं है कोई ए-सी का ग़म
गिर भी पड़ें 'गर होंगे न घायल
बरसे क़हर या घिर आए बादल
दिल की लगी ना होगी ये कम
राहुल उपाध्याय । 26 सितम्बर 2021 । पीथमपुर
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