मेरे जीवन में है प्यार की धार, अनवरत, अपार
मुझमें तुम पाओगे ओ मेरे यार, प्यार ही प्यार
यूँ मेरा जीवन चमकता इक गहना है
मुझको है कमी न मुझको कहना है
मेरी दुनिया में हैं नेमतें हज़ार, हज़ारों हज़ार
चल के आईं हैं खुशियाँ मेरे जीवन में
मैं तो यूँही खड़ा था अपने आँगन में
तन्हा ना रहा मैं एक भी बार, कर के मैं प्यार
राहुल उपाध्याय । 18 जनवरी 2023 । धरती से दस किलोमीटर ऊपर, फ़िनलैंड के आसपास
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