एक फ़ोन की वजह से
कितने पेड़ बच गए
अब कोई काग़ज़ पर कुछ नहीं लिखता
सब व्हाट्सएप पर शेयर हो जाता है
फ़ोन नम्बर
फ़ोटो
डॉक्यूमेंट
लोकेशन
अगर कुछ कहीं लिखा भी है
तो फ़ोटो खींच ली
अब किसी काग़ज़ की
10 फ़ोटोकॉपी नहीं बनती
फ़ोटो ही ले ली जाती है
एक फ़ोन की वजह से
कितना समय और पैसा बच गया
शहर के सारे रिश्तेदारों से
बिना ऑटो में बैठे
या कार निकाले
घर बैठे ही बात कर ली
पाँच मिनट पहले देवरानी से की
पाँच मिनट बाद जेठानी से कर ली
एक फ़ोन की वजह से
कितने लोग रोना भूल गए
बच्चे कॉलेज में हैं
होस्टल में हैं
पी-जी में हैं
याद आई नहीं कि
वीडियो कॉल कर लिया
रोना किस बात का?
एक फ़ोन की वजह से
कितनी लाइनें ख़त्म हो गई
ट्रेन का टिकट
बस का टिकट
थियेटर का टिकट
बिजली का बिल
फ़ोन का बिल
सब कहीं से भी ले लो, भर दो
कहीं जाने की ज़रूरत नहीं
चौबीसों घंटो
यह सोता भी नहीं
एक फ़ोन की वजह से
कितना ज्ञान हासिल हो गया है
हर शहर से हर शहर की दूरी
कितने घंटे
कितने मील है
सब पता कर ली
एक फ़ोन की वजह से
कितने पाप कम हो गए
मन्दिर जाने के बहाने बन्द हो गए
झूठ कम बोलना पड़ता है
चारों तरफ़ सुख-शांति है
सब अपने-अपने हाथों से
अपनी आँखों से
किसी सुहावने संसार में
पहुँच जाते हैं
जहां सब व्यवस्थित है
कहीं कोई गंदी नाली नहीं है
बिखरे हुए कपड़े नहीं हैं
गंदे बर्तन नहीं हैं
गीज़र में ठंडा पानी नहीं है
दीवारों में सीलन नहीं है
छिपकली नहीं है
मच्छर नहीं है
कितने जीवन निखर गए
दाम्पत्य जीवन सुधर गए
राहुल उपाध्याय । 8 जनवरी 2023 । द्वारका
0 comments:
Post a Comment