यदि मैं जानवर होता
कब का अलग हो गया होता
न वो फ़ोन करती
न मैं फ़ोन करता
न वो वकील करती
न मैं कलप जाता
न वो हिसाब माँगती
न मैं हिसाब देता
घोंसलों पे हमारे
बिकाऊ न लिखा होता
एक दूसरे के प्रति
उपद्रव न हुआ होता
न मैं जानवर हूँ
न जानवर बनूँगा
उससे रिश्ता तोड़कर
ख़ुद का ख़्याल रखूँगा
किसी एक का न होकर
सबसे प्यार करूँगा
राहुल उपाध्याय । 9 जनवरी 2023 । खम्भालिया, गुजरात
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