Monday, August 21, 2023

सारे जहां से अच्छा

सारे जहां से अच्छा 

हिन्दोस्तां हमारा

हम कह रहे हैं किसको

जब हमको ही नहीं है जँचता 


जेबें हैं ख़ाली सबकी

भरने चले कहीं भी 

वो देश कैसे अच्छा 

जो जेबें नहीं है भरता


लड़ते जहाँ हैं मज़हब

नफ़रत जहाँ की ऊर्जा 

उस देश को तजने का

हर कोई है ख़्वाब रचता


आरक्षण के आगे झुकना

डॉक्टर की लार तकना

इन सबसे हार कर के

वो फ़ॉरेन में काम करता


बच्चा-बच्चा ये चाहे

फॉरेन में घर बसाए

बस जाने पर ही सबको

चैन-ओ-करार मिलता


राहुल उपाध्याय । 22 अगस्त 2023 । सिएटल 

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