मैं अपने बच्चों से कई बातें छुपाता हूँ
उनसे सच नहीं कह पाता हूँ कि
ज़िन्दगी बहुत छोटी है
और यह भी कि इस छोटी सी ज़िंदगी को
मैंने और छोटा कर दिया है
हज़ार अर्थों में
हज़ार तरीक़ों से
मैं यह भी छुपाता हूँ कि
यह दुनिया बहुत ख़राब है
यह जितनी अच्छी है उतनी ही ख़राब है
या उससे भी ज़्यादा
हर चिड़िया पर मारने के लिए एक पत्थर है
जितने बच्चों से प्यार किया जाता है
उतने ही बच्चे मौत के घाट उतार दिए जाते हैं
यहाँ जितने मददगार हैं उतने ही हत्यारे हैं
यह दुनिया बहुत बहुत ख़राब है
यह जानते हुए भी मैं उन्हें इसे बेचने में लगा हूँ
जैसे कि कोई दलाल
एक सड़ा सा घर बेच देता है
यह कह कर कि देखो
तुम इसे कितना सुन्दर बना सकते हो!
कुछ रंगीन पर्दे लगा लो
दीवारों को रंग दो
नई केबिनेट लगा लो
मनपसंद का फ़र्नीचर ले आओ
(मैगी स्मिथ की कविता- गुड बोन्स - का हिन्दी रूपांतर)
राहुल उपाध्याय । 8 अगस्त 2023 । सिएटल
Life is short, though I keep this from my children.
Life is short, and I've shortened mine
in a thousand delicious, ill-advised ways,
a thousand deliciously ill-advised ways
I'll keep from my children. The world is at least
fifty percent terrible, and that's a conservative
estimate, though I keep this from my children.
For every bird there is a stone thrown at a bird.
For every loved child, a child broken, bagged,
sunk in a lake. Life is short and the world
is at least half terrible, and for every kind
stranger, there is one who would break you,
though I keep this from my children. I am trying
to sell them the world. Any decent realtor,
walking you through a real shithole, chirps on
about good bones: This place could be beautiful,
right? You could make this place beautiful.
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