दोस्तों का साथ हो
हर दिन एक सौगात हो
जायके की चाय हो
रतन टाटा की आय हो
नौजवानों की चाल हो
कुछ ऐसा ये साल हो
सिएटल,
1 जनवरी 2009
दोस्तों का साथ हो
हर दिन एक सौगात हो
जायके की चाय हो
रतन टाटा की आय हो
नौजवानों की चाल हो
कुछ ऐसा ये साल हो
सिएटल,
1 जनवरी 2009
Posted by Rahul Upadhyaya at 4:35 PM
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5 comments:
jaisa aap chahoge vaisa hee hoga ye saal. narayn narayan
मज़ा आ जाता है आप की कविताए पढ़ कर!
Bahut acha ha aapko naya sal bahut2 mubarak...
मेरे मन की बात आपने कैसे पढ़ ली.
COMMON MAN said...
मेरे मन की बात आपने कैसे पढ़ ली.
.........are bhaayi common ji ye to hamaare man kee bhi baat thi bhyi....vaah rahul jee...!!
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